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लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में PM मोदी: बचपन, RSS से जुड़ाव और देशसेवा की प्रेरणा पर बड़ी बातें, पढ़े पूरी ख़बर…

नई दिल्ली: अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक विशेष बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अपने जीवन पर प्रभाव को लेकर विस्तार से चर्चा की। लगभग तीन घंटे लंबे इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने बताया कि कैसे बचपन में उनकी रुचि देशभक्ति के गीतों और संघ की गतिविधियों में बढ़ी।

बचपन में आरएसएस से जुड़ाव

पीएम मोदी ने कहा कि उनके गांव में आरएसएस की शाखा चलती थी, जहां खेलकूद और देशभक्ति के गीतों का आयोजन होता था। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति, जिन्हें वह “सोनी जी” कहकर याद करते हैं, देशभक्ति के गीत गाते थे और उनके पीछे-पीछे घूमना उन्हें बेहद पसंद था। इसी तरह संघ के संस्कार उनके जीवन का हिस्सा बनते गए।

संघ से मिली जीवन की दिशा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “संघ से मैंने सीखा कि जो कुछ भी करो, उसे देशहित में करो। व्यायाम भी ऐसा हो कि वह राष्ट्र की सेवा में काम आए। संघ जीवन को उद्देश्य और दिशा देता है।”

संघ की समाजसेवा पर जोर

पीएम मोदी ने बताया कि आरएसएस से जुड़े स्वयंसेवकों ने सेवा भारती नामक संगठन खड़ा किया, जो झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी सेवाएं प्रदान करता है।

उन्होंने कहा कि आरएसएस वनवासी कल्याण आश्रम भी चलाता है, जो जंगलों में रह रहे आदिवासियों की सेवा करता है। इसके अलावा, संगठन विद्या भारती के तहत लगभग 25,000 स्कूल संचालित करता है, जिनमें 30 लाख से अधिक छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

संघ के 100 साल पूरे होने पर पीएम मोदी का बयान

पीएम मोदी ने कहा कि इस साल संघ की स्थापना के 100 साल पूरे हो रहे हैं। उन्होंने इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन बताते हुए कहा कि आरएसएस को समझना आसान नहीं है, लेकिन इसके कामों को देखकर इसकी महानता को समझा जा सकता है।

“मजदूरों, दुनिया को एक करो” – संघ का नया दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री ने कहा कि आरएसएस मजदूरों और युवाओं के उत्थान के लिए भी कार्य करता है। उन्होंने कहा कि संघ से जुड़े भारतीय मजदूर संघ की 55,000 यूनियन हैं और करोड़ों सदस्य इसमें शामिल हैं। उन्होंने वामपंथी विचारधारा पर तंज कसते हुए कहा कि वे “मजदूरों, एक हो जाओ” का नारा देते हैं, जबकि संघ “मजदूरों, दुनिया को एक करो” का संदेश देता है।

संघ का काम चकाचौंध से दूर, साधना जैसा – पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आरएसएस पिछले 100 वर्षों से बिना किसी प्रचार के एक साधक की तरह काम करता आ रहा है। उन्होंने इसे एक पवित्र संगठन बताते हुए कहा कि इससे उन्हें जीवन के उद्देश्य और संस्कार मिले हैं।

लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी की यह बातचीत संघ की विचारधारा, इसके कार्यों और उनके निजी जीवन में इसकी भूमिका को उजागर करती है।

Manish Tiwari

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