छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मौलाना ने गर्भवती पत्नी को एसिड पिलाकर मार डाला, फिर यूपी के मिर्जापुर में दफना दिया; 14 दिन बाद कब्र से निकला सच

बिलासपुर, 05 अगस्त 2025 छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक मौलाना द्वारा अपनी गर्भवती पत्नी की निर्मम हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी मौलाना ने पत्नी को पहले बेरहमी से पीटा, फिर उसे एसिड (हार्पिक) पिलाकर मौत के घाट उतार दिया और शव को यूपी के मिर्जापुर ले जाकर दफना दिया। यह वारदात 12 जुलाई की रात की है।
घटना के 14 दिन बाद परिजनों की मांग पर 26 जुलाई को कब्र खोदकर शव निकाला गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सलमा के साथ क्रूरता की पुष्टि हुई है। उसके शरीर पर जलने और मारपीट के गहरे निशान मिले हैं। परिजनों का आरोप है कि मौलाना का किसी अन्य महिला से संबंध था, जिसे लेकर विवाद हुआ और हत्या कर दी गई।
एसिड पिलाकर मारने की पुष्टि, अस्पताल प्रबंधन पर भी सवाल
पहले यूनिटी अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि सलमा मानसिक रूप से बीमार थी और उसकी मौत हार्ट फेल्योर से हुई है। लेकिन शव के दोबारा पोस्टमॉर्टम में उसके मुंह में एसिड से जलने के प्रमाण मिले हैं। मृतका के भाई रागीब और मौलाना शमशाद रजा ने बताया कि सलमा के मुंह पर जो धब्बे थे, वे खून के नहीं बल्कि एसिड से जलने के निशान थे।
पोस्टमॉर्टम में खुलासा: शरीर पर 4 जगह गहरे घाव
रामपुर (उत्तरप्रदेश) में तीन डॉक्टरों की टीम ने कब्र से निकाले गए शव का पोस्टमॉर्टम किया। रिपोर्ट के अनुसार, सलमा के दाहिने कंधे के नीचे 2.5×2 सेमी का घाव, दाहिने हाथ पर 4×3 सेमी का चोट का निशान, दाहिने भुजा पर 6×4 सेमी का घाव और छाती पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं।
पोस्टमॉर्टम के दौरान मृतका के भाई को डॉक्टरों ने बताया कि सलमा के मुंह में एसिड डाला गया था। मौत के कारणों की पुष्टि के लिए बिसरा भी सुरक्षित रखा गया है।
अस्पताल प्रबंधन की संदिग्ध भूमिका, परिजनों ने की कलेक्टर से शिकायत
परिजनों ने अब अस्पताल प्रबंधन पर हत्या के मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने न तो सही रिपोर्ट दी और न ही सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंपी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल से जारी ‘लामा’ (लीव अगेंस्ट मेडिकल एडवाइस) भी फर्जी है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप, अब तक नहीं भेजी टीम
इस मामले में बिलासपुर पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। पोस्टमॉर्टम के 9 दिन बीतने के बाद भी बिलासपुर पुलिस ने उत्तरप्रदेश में टीम नहीं भेजी है। मृतका के भाई रागीब ने सिविल लाइन थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने उत्तरप्रदेश से मर्ग डायरी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने का हवाला देकर कार्रवाई टाल दी है।
शादी के 2 साल बाद से हो रही थी प्रताड़ना
मृतका सलमा की शादी 2012 में थाना अजीमनगर के कारी बशीर अहमद से हुई थी। शादी के दो साल तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद दहेज की मांग को लेकर सलमा पर अत्याचार शुरू हो गया। सलमा के भाई ने बताया कि 11 जुलाई की रात कारी बशीर ने भाइयों के साथ मिलकर पत्नी सलमा के साथ मारपीट की, उसे गर्म आयरन से जलाया और हार्पिक पिलाकर मार डाला।
बेटी ने मोहल्ले वालों को दी थी सूचना
मौलाना बशीर जब पत्नी को मरणासन्न स्थिति में छोड़कर चला गया, तब उनकी 8 साल की बेटी ने मोहल्लेवालों को इसकी सूचना दी। जब पड़ोसी घर पहुंचे तो फर्श पर हार्पिक फैला हुआ था और चादर खून से सनी थी। इसके बाद आनन-फानन में सलमा को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के नाम पर लीपापोती कर शव यूपी ले जाकर दफना दिया गया।
क्या बोले कलेक्टर?
परिजनों ने पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। कलेक्टर ने परिजनों को भरोसा दिलाया है कि एसएसपी से रिपोर्ट मंगवाकर आगे की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।