भिलाई में हिस्ट्रीशीटर अमित जोश के जीजा ने BSP कर्मचारी पर किया तलवार से हमला, गिरफ्तार कर पुलिस ने निकाला जुलूस

भिलाई, 19 जुलाई 2025 – दुर्ग जिले के भिलाई नगर थाना क्षेत्र के सेक्टर-5 में शुक्रवार देर रात बीएसपी कर्मचारी पर हुए सनसनीखेज हमले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। हमलावर कोई और नहीं, बल्कि एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात बदमाश अमित जोश का जीजा लक्की जॉर्ज और उसका साथी यशवंत नायडू निकला। दोनों आरोपियों ने BSP कर्मचारी चंद्रकांत वर्मा पर तलवार से जानलेवा हमला किया।
क्या है मामला?
शुक्रवार रात करीब 10:15 बजे चंद्रकांत वर्मा सेक्टर-5 मार्केट में सामान लेने पहुंचे थे। अधिकांश दुकानें बंद हो चुकी थीं, वह पास की पान दुकान पर खड़े थे। तभी नशे में धुत दो बदमाश वहां पहुंचे और दुकान बंद होने पर गाली-गलौज करने लगे। चंद्रकांत ने विरोध किया तो दोनों हमलावर भड़क गए और खुद को भिलाई के बदमाश बताते हुए जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद दोनों ने तलवार से हमला कर दिया। चंद्रकांत ने बचाव की कोशिश की, लेकिन उसके बाएं हाथ की उंगली में गंभीर चोट आई। फिर लक्की जॉर्ज ने सामने से सिर पर धारदार हथियार से वार कर दिया, जिससे खून बहने लगा। चंद्रकांत किसी तरह जान बचाकर सेक्टर-9 हॉस्पिटल पहुंचा और पुलिस को सूचना दी।
आरोपी लक्की जॉर्ज है कुख्यात अमित जोश का जीजा
पुलिस जांच में सामने आया कि हमला करने वाला लक्की जॉर्ज वही है जो भिलाई के कुख्यात अपराधी अमित जोश का जीजा है। अमित जोश को दुर्ग पुलिस ने पिछले वर्ष एनकाउंटर में मार गिराया था। उसका नाम कई गंभीर अपराधों में दर्ज था।
पुलिस ने पकड़े आरोपी, निकाला जुलूस
भिलाई नगर सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उन्होंने जुर्म स्वीकार कर लिया है। शनिवार को सीन रिक्रिएशन के दौरान पुलिस ने दोनों का जुलूस निकाला और बाद में कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
एनकाउंटर की कहानी भी जानें
पिछले साल भिलाई में ही दुर्ग पुलिस को सूचना मिली थी कि गोलीकांड के आरोपी अमित जोश जयंती स्टेडियम के पास छिपा हुआ है। पुलिस की टीम जब वहां पहुंची तो आमना-सामना होते ही अमित जोश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने 16 राउंड फायर किए, जिसमें से तीन गोलियां अमित जोश को लगीं और उसकी मौके पर मौत हो गई थी।
हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल है, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को जेल पहुंचा दिया है। पीड़ित कर्मचारी अब खतरे से बाहर बताया जा रहा है।