फर्जी शिकायत के जरिए सरकार को बदनाम करने की कांग्रेस की साजिश बेनकाब : सोलर एसोसिएशन ने किया भूपेन्द्र सवन्नी का समर्थन, रंजना साहू बोलीं – झूठ बोलो की राजनीति छोड़ दे कांग्रेस

रायपुर, 29 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ सोलर बिजनेस वेलफेयर एसोसिएशन ने आज स्पष्ट रूप से क्रेडा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी के विरुद्ध सोशल मीडिया पर प्रसारित फर्जी शिकायत का खंडन करते हुए इसे दुर्भावनापूर्ण एवं बेबुनियाद करार दिया है। संघ की ओर से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को संबोधित पत्र में कहा गया है कि जनदर्शन के माध्यम से प्रस्तुत की गई शिकायत पूरी तरह से असत्य, आधारहीन एवं गुमनाम है, जिसका उद्देश्य केवल एक सशक्त और ईमानदार नेतृत्व की छवि को धूमिल करना है।

पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि शिकायती आवेदन में न तो स्पष्ट नाम है, न ही पता या संपर्क जानकारी—जो दर्शाता है कि यह कृत्य किसी शरारती तत्व द्वारा सुनियोजित तरीके से किया गया है।
संघ ने कहा है कि क्रेडा के साथ कार्यरत समस्त ठेकेदार इकाइयों का यह एकमात्र पंजीकृत संगठन है, और सभी सदस्यों को अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी के नेतृत्व और कार्यप्रणाली पर पूर्ण विश्वास है। सवन्नी ने क्रेडा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाई है और राज्य के सौर ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
छत्तीसगढ़ सोलर बिजनेस वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस तरह की फर्जी, गुमनाम और दुर्भावनापूर्ण शिकायतों को गंभीरता से न लेते हुए नस्तीबद्ध करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, जिससे ईमानदारी से कार्य कर रहे अधिकारियों और संस्थाओं का मनोबल बना रहे।
इस संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं पूर्व विधायक रंजना साहू ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस का इतिहास रहा है “झूठ बोलो, जोर से बोलो, बार-बार बोलो” की राजनीति का। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए गुमनाम और मनगढंत शिकायतों का सहारा ले रही है, जिन्हें बाद में जाँच में फर्जी पाया जाता है।
उन्होंने कहा कि जबसे विष्णु देव साय जी के नेतृत्व में नई सरकार बनी है, तबसे भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है और ऐसे लोग जो पिछली सरकार में भ्रष्टाचार से लाभान्वित होते थे, आज घबराए हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस शासन में प्रत्येक विभाग में ‘कमीशन संस्कृति’ हावी थी, लेकिन अब ईमानदारी और पारदर्शिता की नीति से कार्य हो रहा है।