**क्रेडा द्वारा ऊर्जा दक्षता पर कार्यशाला: कार्बन उत्सर्जन में कमी के लिए ऊर्जा दक्ष उपकरणों की बाजार निगरानी और विक्रय पर विशेष ध्यान**
Dispatch News, रायपुर, 30 सितंबर 2024
छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा आज ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), भारत सरकार के सहयोग से “बाजार निगरानी” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य ऊर्जा दक्ष उपकरणों के मानक और लेबलिंग कार्यक्रम के अंतर्गत उपकरणों की बाजार में मापदंडों के अनुसार विक्रय को सुनिश्चित करना था।
कार्यशाला में बताया गया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2030 तक देश में 1 बिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में ऊर्जा दक्ष उपकरणों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन उपकरणों के उपयोग से न केवल कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी बल्कि पारंपरिक ऊर्जा की भी बचत होगी। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में क्रेडा द्वारा ऊर्जा दक्ष उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
कार्यशाला का आयोजन क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा के मार्गदर्शन में किया गया। इसकी अध्यक्षता कामरान शेख, निदेशक, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, भारत सरकार ने की। प्रारंभिक सत्र में क्रेडा के अधीक्षण अभियंता आर.एस. भाकुनी और कार्यपालन अभियंता जे.एन. बैगा ने अपने विचार रखे।
इस कार्यशाला में झारखंड और आंध्रप्रदेश के प्रतिनिधियों सहित रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर, सरगुजा, महासमुंद, कोरबा, और रायगढ़ जिलों के क्रेडा अधिकारी भी उपस्थित थे। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की नियोजित इकाई CLASP के विशेषज्ञों द्वारा उपकरणों की बाजार निगरानी और ऊर्जा दक्ष उपकरणों पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। कार्यशाला के अंत में प्रतिनिधियों ने ऊर्जा दक्ष उपकरण विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का भी दौरा किया।