पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी से की भेंट, धर्म और न्याय पर गहन संवाद
रायपुर, 28 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने आज जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद जी महाराज से भेंट की, जो न केवल एक आध्यात्मिक अनुभव था, बल्कि धर्म और न्याय की अवधारणाओं पर गहन संवाद का भी अवसर प्रदान किया।
सिंहदेव ने महाभारत के एक प्रसिद्ध श्लोक का उद्धरण दिया: “यतः कृष्णस्ततो धर्मो यतो धर्मस्ततो जयः।” उन्होंने बताया कि इस श्लोक का सार यही है कि जहाँ धर्म है, वहाँ विजय निश्चित है, और जहाँ श्रीकृष्ण हैं, वहाँ धर्म की स्थापना होती है।
इस प्रेरणा से प्रभावित होकर, उन्होंने बताया कि ‘यतो धर्म स्ततो जय’ ध्येयवाक्य हमारे सरगुजा राज्य के प्रतीक चिन्ह का भी हिस्सा है, जो धर्म और न्याय की सर्वोच्चता को दर्शाता है।
इस दौरान, शंकराचार्य जी ने सिंहदेव को याद दिलाया कि धर्म की सेवा और न्याय की रक्षा ही हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि हम धर्म और न्याय के सिद्धांतों पर अडिग रहें।
सिंहदेव ने यह भी कहा कि धर्म की इस अटूट धारा को हमें अपने जीवन और कार्यों में प्रवाहित करना है, और इस संदर्भ में “धर्मो रक्षति रक्षितः” का संदेश महत्वपूर्ण है।
यह भेंट धार्मिक और आध्यात्मिक विचारों को साझा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था, जो समाज में धर्म और न्याय के सिद्धांतों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करती है।