उप मुख्यमंत्री साव की 2 टूक, विधानसभा में कहा : जल जीवन मिशन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, 79 फर्म एवं सस्थाओं का इंपेनलमेंट किया निरस्त, गड़बड़ी किसी की नहीं चलेगी
रायपुर, 24 जुलाई 2024
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान जल जीवन मिशन के सवालों का जवाब दिया। श्री साव ने कहा कि, भाजपा सरकार बनने के बाद जल जीवन मिशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। लोगों के घरों तक शुद्ध जल पहुंचाने काम कर रहे है, जहां पर भी गड़बड़ियां मिल रही है, उस पर कार्यवाही कर रहे हैं। अभी 6 कार्यपालन अभियंता को निलंबित किया है, 4 को नोटिस जारी किया है। देरी से कार्य करने वाले ठेकेदार पर कार्यवाही प्रस्तावित है। इस बीच 188 हैंडपंप टेक्नीशियन की भर्ती की है। वरिष्ठ विधायक धरमलाल कौशिक के प्रश्न का जवाब देते हुए श्री साव ने कहा कि, जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में 883 फर्म का इंपेनलमेंट किया गया है। इसके लिए जल एवं स्वच्छता मिशन है, जिसके अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं। वहीं पीएचई का कार्यपालन अभियंता सचिव, 11 वरिष्ठ अधिकारी सदस्य होते हैं। उनके देखरेख में सारा कार्य होता है।समिति द्वारा 687 फर्म एवं सस्थाओं का इंपेनलमेंट किया गया है। मिशन कार्यालय द्वारा 196 फर्म संस्थाओं का इंपेनलमेंट किया गया है। पाइप, वाल्व सहित अन्य सामानों की खरीदी राज्य स्तर पर होता है। क्रियान्वयन सहायक एजेंसी और तीसरा पक्ष निरीक्षण एजेंसी टीपीआई, डीपीआर तैयार कराने हेतु सलाहकार एजेंसी, इंपेनलमेंट जिला स्तरीय कमेटी द्वारा होता है। 79 फर्म एवं सस्थाओं का इंपेनलमेंट निरस्त किया गया। इसको लेकर शिकायत आई थी कि मापदंड के अनुरूप काम नहीं हो रहा है। कार्य में विलंब कर रहे हैं।
इलेक्ट्रक्लोनीरेटर के संबंध में 2022 में 11.5.2022, 31.5.5022 को और 2.9.2022 को इलेक्ट्रक्लोनीरेटर सिस्टम के लिए 8 निर्माता इकाइयों का इंपेनलमेंट किया गया। बाद में इसमें निरस्त किया गया। इसमें मूल शिकायत थी कि, कम कीमत के इलेक्ट्रक्लोनीरेटर लगाए गए हैं। शिकायत के बाद जांच कर इंपेनलमेंट निरस्त किया गया। बाद में राज्य स्तरीय swsm के द्वारा 29.9.2023, 7.12.2023 अनुमोदन के बाद 6.9.2023 को चार इलेक्ट्रक्लोनीरेटर निर्माता और 22.2.2024 को चार निर्माता इकाइयों को कार्य आदेश दिया गया है।
श्री साव ने कहा कि, सामग्री क्रय करने पर जल जीवन मिशन से सीधे भुगतान नहीं होता है, सामग्री का भुगतान ठेकेदार करता है। हमने इंपेनलमेंट निरस्त किया है। ठेकेदार को सुनिश्चित करना है कि, एसओआर का जो मापदंड है, उसके अनुरूप सामग्री लगे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री साव ने कहा कि, वरिष्ठ सदस्य धरमलाल कौशिक के क्षेत्र में पानी नहीं आने की बात की है, उसकी जांच करेंगे। जहां नलों में पानी नहीं आ रहे हैं। वहां पर सख्ती से काम करेंगे।प्रश्नकाल के दौरान वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि, पिछली सरकार में जल जीवन मिशन में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। किसी को भी ठेकेदार बनाकर काम दे दिया गया। और भ्रष्टाचार के चलते कार्यों की गुणवत्ता में कमी आई है। गांवों में भारी समस्या है, इसलिए सरकार से आग्रह है कि, अतिरिक्त राशि खर्च कर कार्य किया जाए। इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, वरिष्ठ सदस्य की भावना से सहमत हूं। निश्चित ही उनके भावनाओं के अनुरूप हमारी सरकार कार्य करेगी।