छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं का वरदान बने आयुष्मान आरोग्य मंदिर, 400 केंद्रों से सालाना सवा करोड़ मरीजों को लाभ
रायपुर, 10 अक्टूबर 2024 / छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना को प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य बजट को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है ताकि हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की देखरेख में इन सेवाओं का विस्तार हो रहा है। डीकेएस और मेकाहारा जैसे अस्पतालों में अत्याधुनिक तकनीक जोड़ी गई है, वहीं संभाग और जिले स्तर पर सुपर स्पेशिलिटी अस्पतालों का विकास भी जारी है।
छत्तीसगढ़ में इस समय 400 आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हैं, जो आयुष पद्धति के 12 प्रमुख सेवाओं का क्रियान्वयन कर रोगियों की मदद कर रहे हैं। इनमें आयुर्वेद आधारित घरेलू उपचार, योग अभ्यास, रोग निवारण और स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) द्वारा निरंतर मरीजों का इलाज और देखभाल भी की जाती है।
इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में सालाना 1 करोड़ 38 लाख ओपीडी और मासिक 3 लाख एनसीडी मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जो इस पहल की सफलता को दर्शाता है। इन केंद्रों पर गर्भावस्था देखभाल, शिशु स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, संचारी और गैर-संचारी रोगों का प्रबंधन, नेत्र और ईएनटी देखभाल, मौखिक स्वास्थ्य, वृद्धजन देखभाल, आपातकालीन सेवाएं और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं जैसी मुख्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।