छत्तीसगढ़ बना पीएम आवास योजना (ग्रामीण) में देश का नंबर 1, 22 महीनों में 7.17 लाख आवास पूरे, मोर गांव मोर पानी अभियान में 1.5 लाख आवासों में रेनवाटर सिस्टम

रायपुर, 13 अक्टूबर 2025 छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में राज्य ने देश में प्रथम स्थान हासिल किया है। सुशासन, पारदर्शिता और नवाचार के माध्यम से राज्य ने न केवल आवास निर्माण की गति बढ़ाई, बल्कि अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल भी कायम की है।
कलेक्टर कांफ्रेंस में साझा जानकारी के अनुसार, ग्रामीण पीएम आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ को पहले 18 लाख 12 हजार आवासों की मंजूरी मिली थी। योजना की शुरुआत से अब तक 22 महीनों में 7 लाख 17 हजार आवास पूरे किए जा चुके हैं। कुल मिलाकर 2016-25 की अवधि में स्वीकृत 16.50 लाख आवासों में से 34 प्रतिशत निर्माण पूरे हो चुके हैं, जबकि स्वीकृत आवासों में 78 प्रतिशत का निर्माण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है।
राज्य ने औसत प्रतिदिन आवास पूर्णता में भी देश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। सरकार ने आवास निर्माण में आने वाली समस्याओं का समाधान तत्काल और डिजिटल निगरानी के जरिए सुनिश्चित किया है। इसके तहत ‘मोर गांव, मोर पानी’ अभियान के तहत 1.5 लाख से अधिक आवासों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की सफलता के मुख्य कारण:
- सुशासन एवं नवाचार: पारदर्शिता और समयबद्ध कार्रवाई।
- हेल्पलाइन और GIS आधारित गृह पोर्टल: आवासों की निगरानी और शिकायत निवारण।
- आवास मित्र नेटवर्क: 5000 से अधिक आवास मित्र और रोजगार सहायक द्वारा निर्माण गति बढ़ाई।
- आजीविका के अवसर: 8000 से अधिक लाभार्थियों को निर्माण सामग्री और केंद्रिंग प्लेट की आपूर्ति, 70 करोड़ रुपये से अधिक का आसान ऋण वितरण।
- राजमिस्त्री प्रशिक्षण: R-SETI के माध्यम से 3000 से अधिक राजमिस्त्री प्रशिक्षित।
- अटल डिजिटल सुविधा केंद्र: 4500 से अधिक ग्राम पंचायतों में PMAY-G के लाभार्थियों को किश्तों का आसान भुगतान।
- मोर गाँव मोर पानी अभियान: 1.5 लाख से अधिक आवासों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, केवल 3000 रुपये लागत में।
राज्य सरकार के प्रयासों से छत्तीसगढ़ न केवल आवास निर्माण में बल्कि ग्रामीण विकास और जीवन स्तर सुधार में अग्रणी बन गया है। आने वाले दिनों में राज्य द्वारा अपनाई गई डिजिटल निगरानी, प्रशिक्षित कार्यबल और नवाचार मॉडल अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं।