
रायपुर/नई दिल्ली
25 अक्टूबर 2025 को छठ महापर्व का पहला दिन “नहाय-खाय” मनाया जाएगा। यह दिन व्रत की तैयारी का पहला चरण है, जिसे ‘स्नान करो और खाओ’ के रूप में जाना जाता है। व्रती और परिवार को इस दिन विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है।

नहाय-खाय पर क्या करें
- सूर्योदय से पहले गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करें। अगर संभव न हो तो घर में गंगाजल मिलाकर स्नान किया जा सकता है।
- घर और पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ रखें।
- स्नान के बाद नए या स्वच्छ कपड़े पहनें और छठ व्रत का संकल्प लें।
- केवल सात्विक भोजन करें।
- इस दिन व्रती भोजन केवल एक बार करें।
- प्रसाद बनाने वाले बर्तनों को साफ रखें।
- जरूरतमंदों को चावल, दूध या पीले वस्त्र का दान करें।
नहाय-खाय पर क्या न करें
- लहसुन, प्याज, मांस, मछली, अंडा, शराब या तला-भुना भोजन न करें।
- अपवित्र या बाजार का तला-भुना भोजन न लें।
- झूठ बोलना, गुस्सा करना या झगड़ा करना वर्जित है।
- बिना स्नान किए कोई चीज़ न छुएं और न खाएं।
- साधारण नमक का प्रयोग न करें।
महत्व
“नहाय-खाय” व्रत की शुरुआत है और यह आत्मिक शुद्धि और व्रत की कठिन यात्रा के लिए तैयारी का प्रतीक है। इस दिन नियमों का पालन करने से व्रत की सफलता और धार्मिक पुण्य बढ़ता है।



