कोल ब्लॉक से लेकर बिजली तक, कांग्रेस की दोहरी नीति पर भाजपा का वार — केदार कश्यप का भूपेश बघेल पर बड़ा हमला

भूपेश बघेल घोटालों की गठरी लेकर अब नैतिकता का भाषण दे रहे हैं, जनता अब उनके ‘झांसे’ में नहीं आएगी: वन मंत्री
रायपुर, 20 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप ने शनिवार को राजधानी रायपुर स्थित भाजपा जिला कार्यालय ‘एकात्म परिसर’ में आयोजित प्रेसवार्ता में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता अब नैतिकता की दुहाई दे रहे हैं, जबकि उनकी सरकार ने घोटालों और दोहरे रवैये से प्रदेश को गर्त में पहुंचाया।
कश्यप ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ 10 जनपद का चरागाह बन चुका था, जहां शराब, चावल, कोयला, गौठान और पीएससी सहित अनेक घोटालों ने राज्य की छवि को धूमिल किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश को लूटने के आरोप में अब कांग्रेस के आधे से ज्यादा नेता जेल के रास्ते पर हैं।
“चोरी और सीनाजोरी दोनों”: कांग्रेस पर डबल स्टैंडर्ड का आरोप
केदार कश्यप ने कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर बताते हुए कहा कि भूपेश बघेल एक ओर कोल ब्लॉक आवंटन और पेड़ कटाई का विरोध करते हैं, वहीं दूसरी ओर खुद पर्यावरणीय और वन स्वीकृतियों के लिए सिफारिशें करते रहे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “अगर भूपेश बघेल को कोयला इतना ही नुकसानदायक लगता है, तो उन्होंने खुद एसी बंद क्यों नहीं कराया और राजीव भवन की बिजली क्यों नहीं काटी?”
राजस्थान को कोयला देने और अडानी को खदान सौंपने के आरोप
मंत्री ने आरोप लगाया कि बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ की कोयला संपदा राजस्थान की कांग्रेस सरकार को सौंप दी और गारे-पेलमा सेक्टर-2 जैसे ब्लॉकों को अडानी को दे दिया। उन्होंने कहा कि इसके प्रमाण में राजस्थान सरकार और तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लिखे गए पत्र मौजूद हैं।
“जंगल के झूठे हितैषी”: कांग्रेस के पर्यावरण दावों की पोल खोलने का दावा
कश्यप ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने हसदेव अरण्य को ‘नो गो ज़ोन’ घोषित किया था, लेकिन बाद में उसी क्षेत्र में खुद कांग्रेस सरकार ने खनन की सिफारिश की। उन्होंने तारीखों के साथ भूपेश बघेल की सिफारिशों का उल्लेख करते हुए कहा कि वन स्वीकृति स्टेज-1 (19 अप्रैल 2022) और स्टेज-2 (23 जनवरी 2023) की फाइलें भी इसका सबूत हैं।
“आर्थिक नाकेबंदी प्रस्ताव राज्य विरोधी”: भाजपा की चेतावनी
वन मंत्री ने कांग्रेस द्वारा लाई गई आर्थिक नाकेबंदी की चेतावनी को राज्य विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जानबूझकर अराजकता फैलाना चाहती है ताकि जनता भ्रमित हो जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस नेता अब बिजली और एसी का उपयोग बंद करेंगे?
“जनता ने ‘झांसे की राजनीति’ को नकारा”
प्रेसवार्ता के अंत में केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस की राजनीति को पूरी तरह नकार दिया है और सहज, सरल व जनहितैषी नेतृत्व के प्रतीक विष्णुदेव साय को राज्य की जिम्मेदारी सौंपी है।
👉 मुख्य बिंदु संक्षेप में:2025
- कांग्रेस की कथनी-करनी में अंतर, घोटालों से प्रदेश को नुकसान।
- भूपेश बघेल पर कोल ब्लॉक, खनन और अडानी को लाभ पहुंचाने के आरोप।
- कांग्रेस की “आर्थिक नाकेबंदी” से रोजगार और अर्थव्यवस्था को खतरा।
- भाजपा ने कांग्रेस के पत्राचार और पर्यावरणीय स्वीकृतियों के दस्तावेज पेश करने का दावा किया।
“झूठ की राजनीति अब नहीं चलेगी, जनता सब जान चुकी है” – केदार कश्यप