हीरा ग्रुप के खिलाफ किसानों का फूटा आक्रोश: पैतृक मकान तोड़ने की साजिश का आरोप, आत्मदाह की चेतावनी

रायपुर, 28 जून 2025। राजधानी रायपुर के ग्राम फुंडहर (प.ह.न.-68, रा.नि.मं.-रायपुर-10) में रहने वाले किसानों ने हीरा ग्रुप से जुड़े रितेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। किसानों का कहना है कि रितेश कुमार शासन और प्रशासन पर दबाव बनाकर उनके पैतृक मकानों को तोड़ने की साजिश कर रहा है।
पीड़ित किसानों का आरोप है कि रितेश कुमार अपनी जमीन से रास्ता निकालने के लिए उनके और अन्य ग्रामीणों के घरों को छल-कपट और दबाव के जरिए खाली करवाना चाहता है, ताकि एक खास व्यक्ति को फायदा पहुंचाया जा सके। किसानों का दावा है कि वे पिछले करीब 30 वर्षों से उस जमीन पर निवास कर रहे हैं, जो उनकी पैतृक संपत्ति है और ऋण पुस्तिका क्रमांक 4243392 के तहत पंजीबद्ध है।

किसानों ने बताया कि अब तक उन्हें न तो पटवारी, न आरआई, न तहसीलदार और न ही कलेक्टर कार्यालय की ओर से कोई विधिवत सूचना दी गई है। उन्हें इस साजिश की जानकारी तहसील कार्यालय में कार्यरत एक मित्र के माध्यम से मिली।
प्रभावित परिवारों में बनस राम निषाद, सावन बाई निषाद, रामानंद निषाद, सम्पत निषाद, घनाराम निषाद, धर्मेन्द्र निषाद, इंदिरा बाई सहित अन्य किसान शामिल हैं। सभी ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनके मकानों को जबरन तोड़ा गया तो वे आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे। इसकी जिम्मेदारी रितेश कुमार और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की होगी।
किसानों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि इस कथित जबरदस्ती और अवैध कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए और भू-माफियाओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गरीब किसानों के सिर से छत न छिने।
ग्रामीणों का यह विरोध अब तेजी से तूल पकड़ता नजर आ रहा है और प्रशासन पर निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।