भारत-पाकिस्तान के बीच जंग टली : ट्रम्प की मध्यस्थता से रातभर चली बातचीत के बाद सीजफायर पर सहमति, पाकिस्तान के 10 ठिकानों पर हमले के बाद मचा था हड़कंप

वाशिंगटन/इस्लामाबाद/नई दिल्ली: दक्षिण एशिया में तनाव के बीच एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार सुबह घोषणा की कि अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रम्प ने इसे “समझदारी भरा फैसला” बताते हुए दोनों देशों को बधाई दी।
ट्रम्प ने कहा, “अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात की बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं।”
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान और भारत के प्रधानमंत्रियों, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख और दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सरकारें न्यूट्रल वैन्यू पर संवाद के लिए भी तैयार हो गई हैं।
इससे पहले तनाव चरम पर:
शनिवार सुबह पाकिस्तान सेना ने दावा किया था कि भारत ने शोरकोट के रफीकी एयरबेस, चकवाल के मुरीद एयरबेस और रावलपिंडी के चकलाला कैंट पर बड़ा हमला किया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के 10 ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया, जिनमें पंजाब की ब्रह्मोस मिसाइल स्टोरेज, उरी सप्लाई डिपो, राजस्थान का सूरतगढ़ एयरफील्ड, आदमपुर में S-400 सिस्टम और पठानकोट एयरफील्ड शामिल हैं।
पाकिस्तान ने ऑपरेशन “बुनयान-उल-मरसूस” शुरू करने की घोषणा की थी और डिप्टी प्रधानमंत्री ने बयान दिया कि “भारत को जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।”
अमेरिकी दूतावास सतर्क:
पाकिस्तान में अमेरिकी मिशन ने भी सुरक्षा कारणों से अपने कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी।
अब जबकि दोनों देश युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं, क्षेत्र में तनाव में कमी की उम्मीद है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि वह इस स्थिति की निगरानी करता रहेगा और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में सहायता करता रहेगा।