मोबाइल एप, नई तकनीक और ट्रेनिंग लैस टीम : रायपुर बना देश की जनगणना का टेस्ट लैब, वार्ड-52 में नंबरिंग पूरी, अब हर घर का होगा डिजिटल डेटा सर्वे

रायपुर, 28 अक्टूबर 2025 देशव्यापी जनगणना 2027 से पहले रायपुर में जनगणना का प्री-टेस्ट शुरू होने जा रहा है। भारत सरकार के जनगणना निदेशालय ने रायपुर नगर निगम के जोन-10 में आने वाले डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड-52 को इस परीक्षण के लिए चुना है। 5 नवंबर से शुरू होने वाले इस अभ्यास से असली जनगणना के दौरान आने वाली दिक्कतों और तकनीकी खामियों का अनुमान लगाया जाएगा, ताकि पहले ही समाधान खोजा जा सके।
इस वार्ड में 8 हजार मकानों और भवनों की नंबरिंग का काम पूरा कर लिया गया है। अब 180 से 200 भवनों के बीच एक प्रगणक ब्लॉक बनाया जाएगा। जनगणना निदेशालय के अधिकारी प्रदीप साव, हीरेंद्र सिन्हा और दीपक कुशवाहा ने तैयारियों को लेकर बैठक ली। जोन कमिश्नर विवेकानंद दुबे ने बताया कि प्री-टेस्ट में शामिल कर्मचारियों को पहले ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर उन्हें एक विशेष मोबाइल एप के जरिए सभी जानकारियां दर्ज करनी होंगी।
इस एप में हर मकान और परिवार की जानकारी जैसे सदस्यों की उम्र, शिक्षा, व्यवसाय, आर्थिक स्थिति, वाहनों की संख्या, बुनियादी सुविधाएं और अन्य सामाजिक-मानवीय आंकड़े जुटाए जाएंगे। व्यापक पैमाने पर होने वाली जनगणना की तैयारी में यह बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्यों चुना गया यह वार्ड
डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड रायपुर के सबसे पुराने और तेजी से विकसित हो रहे इलाकों में से एक है। राजेंद्र नगर, लालपुर, देवपुरी जैसे क्षेत्र इस वार्ड में आते हैं। यहां एक तरफ पॉश कॉलोनियां हैं, वहीं दूसरी तरफ झुग्गी बस्तियों की भी संख्या है। ऐसे में सामाजिक और आर्थिक विविधता को देखते हुए इसे जनगणना के परीक्षण के लिए आदर्श वार्ड माना गया है।
टेस्ट से मिलेंगे सुधार के संकेत
जोन कमिश्नर दुबे ने बताया कि यह प्री-टेस्ट असली जनगणना के समय सामने आने वाली चुनौतियों को पहचानने में मदद करेगा। डेटा एंट्री, सिस्टम, टेक्निकल व्यवस्था और मैदानी दिक्कतों की जांच इस टेस्ट के जरिए होगी, ताकि 2027 में जनगणना सुचारू रूप से पूरी की जा सके।


