
रायपुर, 23 अगस्त 2025 गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी (HBOT) किसी चमत्कार से कम नहीं साबित हो रही है। श्री मेडिशाइन हॉस्पिटल रायपुर में उपलब्ध इस आधुनिक सुविधा से हाल ही में कई मरीजों को नया जीवन मिला है।
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुशील शर्मा ने बताया कि जिला कोरिया निवासी संजय बघेल डायबेटिक फुट के मरीज थे। विभिन्न अस्पतालों से उनके पैर काटने की सलाह दी गई थी, लेकिन श्री मेडिशाइन में HBOT की कुछ सत्रों के बाद उनके पैर का घाव पूरी तरह भर गया और वे चलने लगे।
इसी तरह, सरोना रायपुर निवासी सुनील कुमार, जिन्हें अचानक सुनाई देना बंद हो गया था (सडन हियरिंग लॉस), HBOT से उनकी सुनने की क्षमता लौट आई। वहीं, न्यू रायपुर की पवन बाई सिन्हा को पेशाब के रास्ते खून आने की गंभीर समस्या थी, जो नियमित सेशंस के बाद नियंत्रित हो गई।
बलरामपुर निवासी आशीष लकरा, जिन्हें ब्रेन स्ट्रोक के कारण बोलने और चलने में कठिनाई थी, थेरेपी के बाद सामान्य स्थिति में लौटने लगे। इसी प्रकार, अमलीडीह रायपुर निवासी विशिनदास, जो सिर की चोट के कारण वार्तालाप नहीं कर पा रहे थे, HBOT के बाद फिर से सामान्य बातचीत करने लगे।
डॉ. शर्मा ने कहा कि HBOT से शरीर के ऊतकों को अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे डायबेटिक फुट, सडन हियरिंग लॉस, ब्रेन स्ट्रोक, हेड इंजरी जैसी जटिल बीमारियों में तेजी से सुधार होता है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और ओडिशा में HBOT सुविधा केवल श्री मेडिशाइन हॉस्पिटल रायपुर में उपलब्ध है।
अस्पताल की डायरेक्टर कात्यायनी शर्मा ने कहा कि श्री मेडिशाइन हॉस्पिटल ने 14 वर्षों की सफल स्वास्थ्य सेवा पूरी की है। आधुनिक उपकरण, अनुभवी चिकित्सक टीम, अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर, 24×7 इमरजेंसी, फार्मेसी और डायग्नोस्टिक सेंटर जैसी सुविधाओं के कारण मरीजों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ स्थानीय स्तर पर मिल रही हैं।