“25 साल का छत्तीसगढ़, नए युग का सूर्योदय!” — राजत महोत्सव में बोले PM मोदी, कहा- ‘अब नक्सलवाद का अंत तय, हर घर में खुशहाली की गारंटी’

नवा रायपुर, 01 नवंबर 2025 छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित राजत महोत्सव समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के गौरव, प्रगति और भविष्य की दिशा पर ऐतिहासिक संबोधन दिया। समारोह में उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई देते हुए कहा कि “25 साल पहले अटल जी की सरकार ने आपके सपनों का छत्तीसगढ़ सौंपा था, आज वह विकास का वटवृक्ष बन चुका है।”
प्रधानमंत्री ने नवा रायपुर के मंच से कहा कि यह दिन केवल जश्न का नहीं, बल्कि अगले 25 वर्षों के संकल्प का भी है। उन्होंने उपस्थित लोगों से मोबाइल की फ्लैशलाइट जलवाकर नए युग के “सूर्योदय” का प्रतीकात्मक आरंभ कराया और कहा, “आपकी हथेली में नए सपनों का सूरज उगा है।”
मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने बीते ढाई दशक में सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने बताया कि अब राज्य में सड़कों का नेटवर्क 40 हजार किलोमीटर तक पहुंच चुका है और छत्तीसगढ़ वंदे भारत ट्रेनों तथा डायरेक्ट फ्लाइट्स से देश के प्रमुख शहरों से जुड़ चुका है।
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के विकास में सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों का योगदान सराहा और विशेष रूप से रमन सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा कि “डॉ. रमन सिंह ने उस दौर में राज्य का नेतृत्व किया जब चुनौतियाँ बहुत थीं। आज विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य विकास की नई गति पकड़ रहा है।”
गरीब कल्याण योजनाओं का उल्लेख करते हुए मोदी ने बताया कि पिछले 11 सालों में देशभर में 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर दिए गए हैं और केवल छत्तीसगढ़ में ही सात लाख से अधिक घर बनाए गए हैं। इस अवसर पर साढ़े तीन लाख से अधिक परिवारों को नए घरों की सौगात और तीन लाख परिवारों को 1200 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी गई।
उन्होंने कहा, “मुझे गरीब की चिंता का एहसास है। इसलिए हमारी सरकार ने गरीब की दवाई, कमाई, पढ़ाई और सिंचाई पर फोकस किया है।”
प्रधानमंत्री ने नक्सलवाद पर बड़ी बात करते हुए कहा कि “आज वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ पूरी तरह माओवादी आतंक से मुक्त हो जाएगा।” उन्होंने बताया कि अब देश में केवल तीन जिले ऐसे बचे हैं जहां नक्सल प्रभाव शेष है, जबकि पहले 125 जिले प्रभावित थे। मोदी ने बस्तर और कांकेर में हाल ही में हुए नक्सलियों के आत्मसमर्पण का भी उल्लेख किया।
आदिवासी समाज के योगदान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वीर नारायण सिंह संग्रहालय जैसी पहलें देशभर में जनजातीय गौरव को नई पहचान दे रही हैं। साथ ही धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान और पीएम-जनमन योजना को आदिवासी विकास के ऐतिहासिक कदम बताया।
भविष्य की दिशा तय करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “यह समय युवाओं का है। ऐसा कोई लक्ष्य नहीं जो आप हासिल न कर सकें। यह मोदी की गारंटी है—छत्तीसगढ़ के हर कदम पर मोदी आपके साथ है।”
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने पूरे जोश के साथ कहा —
“भारत माता की जय! छत्तीसगढ़ महतारी की जय!”



