Chhattisgarh

गाजा अस्पताल पर हमले में 500 की हत्या, भड़का रूस, बोला- यह जघन्य अपराध, सैटेलाइट इमेज से सबूत दे इजरायल

गाजा के अल-अहली अस्पताल में कथित इजरायली हवाई में हमले में कम से 500 नागरिकों की मौत हुई है. कई मुस्लिम देशों ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया, जबकि इजरायल ने इस हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया है.

इजरायल ने इस हमले के लिए फलस्तीन के इस्लामी जिहाद संगठन को जिम्मेदार बताया है. इजरायली डिफेंस फोर्स ने एक्स पर लिखा,”आईडीएफ के विश्लेषण के बाद हमें पता चला कि इजरायल की ओर रॉकेटों का एक बैराज लॉन्च किया गया था, जो अस्पताल के आसपास के इलाके से गुजरा, जब रॉकेट को नष्ट कर दिया गया था. हमारे पास मौजूद कई स्रोतों से मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन अस्पताल में रॉकेट धमाके लिए जिम्मेदार है.”


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “पूरी दुनिया को पता होना चाहिए कि यह गाजा हमले में बर्बर आतंकवादी थे. उन्होंने गाजा में अस्पताल पर हमला किया था, न कि इजरायली डिफेंस फोर्स ने.” इजरायली पीएम ने कहा, “जो लोग हमारे बच्चों को मार रहे थे वे अब अपने बच्चों को मार रहे हैं.”


दुनिया भर के नेता क्या कह रहे हैं


दुनिया भर के कई नेताओं ने इस हमले की निंदा की है. रूस ने गाजा अस्पताल धमाके को अमानवीय करार दिया है. रूस के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि गाजा के एक अस्पताल पर हमला, जिसमें सैकड़ों फलस्तीनी मारे गए.यह एक चौंकाने वाला अमानवीय अपराध था.


रूस ने कहा कि अगर इजरायल इसमें शामिल नहीं है तो उसे सैटेलाइट इमेजरी जारी करनी चाहिए. वहीं फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के प्रवक्ता ने हवाई हमले की निंदा करते हुए इसे “नरसंहार” और “मानवीय तबाही” बताया है. अब्बास ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ पहले से तय बैठक को भी रद्द कर दिया. बाइडेन आज यानी बुधवार को इजरायल का दौरा करने वाले हैं.

फलस्तीन के अलावा जॉर्डन ने भी इस हमले की निंदा की है. मंगलवार को एक बयान में जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इजरायल के कथित हमले की कड़ी निंदा की और फलस्तीनी नागरिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की जरूरतों पर जोर दिया है और युद्ध को खत्म करने का आह्लान किया है. जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा कि गाजा अस्पताल पर इजरायल की बमबारी एक “नरसंहार” और एक “युद्ध अपराध” था जिसके बारे में कोई चुप नहीं रह सकता.


कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला खतरनाक वृद्धि को दर्शाता है. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि “गाजा पट्टी पर अस्पतालों, स्कूलों और अन्य जनसंख्या केंद्रों को शामिल करने के लिए इजरायली हमलों का विस्तार एक खतरनाक वृद्धि है.”


फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद का बयान


फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीजेआई) ने इसरायल के आरोपों को खारिज कर दिया है. संगठन ने गाजा अस्पताल पर हुए हवाई हमले से खुद को अलग किया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस्लामिक जिहाद के प्रवक्ता दाउद शहाब के हवाले से बताया कि इजरायल मनगढ़ंत आरोप लगा रहा है. दाउद शहाब ने कहा, “ये झूठ है. ये पूरी तरह गलत है. यह आम नागिरकों के खिलाफ किए गए घिनौने कृत्य को छिपाने को कोशिश है.


आरोप-प्रत्यारोप के बीच हमास ने भी प्रतिक्रिया दी


हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख इस्माइल हानिया ने गाजा अस्पताल धमाके को लेकर कहा, अस्पताल में नागरिकों के खिलाफ हुए नरसंहार दर्शाता है कि हमारा दुश्मन कितना क्रूर है और किस हद तक डरा हुआ है.


इस्माइल हानिया ने इस हमले के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया है. उसने कहा, “अमेरिका ने ही इजरायल को शह दी है.”


‘अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आना चाहिए आगे’


कतर के साथ-साथ मिस्र की सरकार ने भी हमले के बाद मानवीय संकट को ओर दुनिया का ध्यान खींचा है. मिस्र सरकार ने एक बयान जारी कर हमले की “कड़े शब्दों में” निंदा की है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आगे बढ़ने और भविष्य में ऐसे उल्लंघनों को रोकने का आह्वान किया है

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने सोशल मीडिया पर एक बयान में गाजा के अस्पताल पर हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा, “महिलाओं, बच्चों और बेकसुर नागरिकों वाले अस्पताल पर हमला करना सबसे बुनियादी मानवीय मूल्यों को दरकिनार करने वाले इजरायल के हमलों का सबसे नया उदाहरण है.” एर्दोगन ने कहा, “मैं गाजा में इस अभूतपूर्व क्रूरता को रोकने के लिए कार्रवाई करने के लिए पूरी मानवता को आमंत्रित करता हूं.”


ईरान के विदेश मंत्रालय ने हवाई हमले की निंदा करते हुए इसे “निहत्थे और रक्षाहीन लोगों” पर हमला बताया है. वहीं उत्तरी अमेरिका का देश कनाडा ने इस हमले पर चिंता जताई है.


जस्टिन ट्रूडो ने भी की हमले की निंदा


कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हमले की निंदा की और युद्ध के कानूनों के पालन के महत्व पर जोर दिया है. उन्होंने कहा, “गाजा से आ रही खबरें भयावह और बिल्कुल अस्वीकार्य हैं.इसमें और सभी मामलों में अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान किया जाना चाहिए. ट्रूडो ने कहा, “युद्ध को लेकर नियम हैं और अस्पताल पर हमला करना नागावार है.”


अरब लीग के प्रमुख अहमद अबुल घीत ने कहा कि हमले के जवाब में अंतरराष्ट्रीय नेताओं को “इस त्रासदी को तत्काल रोकना चाहिए.” उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “कौन सा शैतानी दिमाग जानबूझकर एक अस्पताल और उसके असहाय निवासियों पर बमबारी करता है?” अहमद अबुल घीत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “अरब तंत्र इन युद्ध अपराधों का दस्तावेजीकरण करेगा और अपराधी अपने कार्यों से बच नहीं पाएंगे.”


डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा?


संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “डब्ल्यूएचओ अल अहली अरब अस्पताल पर हमले की कड़ी निंदा करता है.””हम नागरिकों की तत्काल सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की मांग करते हैं, और लोगों को गाजा से निकालने के आदेशों को वापस लेने की मांग करते हैं.”

Manish Tiwari

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