Chhattisgarh

मतदान समाप्त होते ही धान खरीदी में आई तेजी

कोरिया। सरगुजा, सूरजपुर,बलरामपुर व कोरिया जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी आरंभ हो गई है। चालू खरीफ सीजन में अभी तक 136 किसानों ने 6116.20 क्विंटल धान की बिक्री की है। पिछले खरीफ सीजन में इसी तिथि तक 6980 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। धान कटाई और मिसाई अब पूर्णता की ओर है। इसलिए उपार्जन केंद्रों में धीरे-धीरे धान की आवक बढ़ गई है। आने वाले दिनों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में और तेजी आएगी। इस वर्ष उत्तर छत्तीसगढ़ में समय पर मानसून की दस्तक के बाद बीच मे वर्षा ब्रेक की स्थिति निर्मित हो गई थी। इस कारण धान की खेती में भी विलंब हुआ।सितंबर के अंतिम दिनों तक धान की रोपाई हुई इस कारण धान की कटाई और मिसाई का कार्य भी विलंब से हुआ। एक नवंबर से धान की खरीदी आरंभ हो चुकी थी लेकिन समितियों में धान लेकर आने वाले किसानों की संख्या कम थी। इस बीच चुनावी शोरगुल में धान बिक्री को लेकर किसानों में भी ज्यादा उत्साह नहीं दिखा था।अब मतदान हो चुका है। चुनावी शोरगुल थम जाने के बाद अब सोमवार से धान खरीदी में तेजी आई है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित अंबिकापुर के अधीन जशपुर जिले को छोड़कर शेष जिले आते है। इन सभी जिलों में धान खरीदी की बोहनी हो चुकी है। अधिकांश उपार्जन केंद्रों में समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिए धान लेकर किसान पहुंचने लगे है। इस महीने के अंत तक समितियों में धान की आवक बढ़ जाएगी। खरीफ सीजन 2022-23 में 20 नवंबर की स्थिति में 17 उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी हुई थी लेकिन इस सीजन में 22 उपार्जन केंद्रों में खरीदी हो चुकी है।पिछले सीजन में सरगुजा जिले की 12 व सूरजपुर जिले की पांच समितियों में ही खरीदी हुई थी लेकिन चालू खरीफ सीजन में सरगुजा जिले के 11,बलरामपुर जिले में चार, सूरजपुर में दो तथा कोरिया जिले में पांच उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी हो चुकी है।हालांकि पिछले खरीफ सीजन की तुलना में इस बार धान की खरीदी कम हुई है। 20 नवंबर 2023 की स्थिति में समर्थन मूल्य पर सर्वाधिक धान की खरीदी सरगुजा जिले में हुई है। सरगुजा जिले में 2649.20 क्विंटल धान की खरीदी हुई है।अभी तक सबसे कम धान खरीदी बलरामपुर जिले में 932 क्विंटल हुई है।सूरजपुर व कोरिया जिले में एक हजार क्विंटल अधिक धान की खरीदी हुई है।पिछले सीजन में 20 नवंबर की स्थिति में बलरामपुर और कोरिया जिले में एक भी किसानों ने धान नहीं बेचा था लेकिन इस बार इन दोनों जिलों में भी धान खरीदी की बोहनी हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा व कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सरकार बनने पर वर्तमान दर से अधिक में धान खरीदी का वादा किया है। धान की मात्रा भी प्रति क्विंटल बढ़ा दी है। कांग्रेस ने तो फिर से कर्ज माफी का वादा भी किया है। यह चर्चा तेजी से फैल रही थी कि किसान नई सरकार बनने की प्रतीक्षा कर रहे है। वर्तमान में धान बिक्री पर कर्ज समायोजन की आशंका से दूर किसान कटाई, मिसाई के बाद तेजी से धान लेकर उपार्जन केंद्रों में पहुंच रहे हैं।

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