Arrested : अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, सोने चांदी के गहने समेत सात लाख नकद बरामद

Arrested : रायगढ़ ! छत्तीसगढ़ की रायगढ़ पुलिस ने कई राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाला बांग्लादेशी गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सोने चांदी के गहने सहित सात लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
Arrested : पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने आज बताया कि अंतर्राज्यीय गिरोह मजदूर, फेरीवाले बनकर रुकते थे और रेकी कर वेश बदलकर चोरियों को अंजाम देते हैं। पुलिस से बचने भारत-बांग्लादेश की सीमा के आखरी गांव आरोपीगण अपना ठिकाना बना रखे थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से सोना 91.25 ग्राम (कीमत 5 लाख), चांदी- 1.127 ग्राम कीमत 70,000 और नकद रूपये 7 लाख 35 हजार 880 रूपये बरामद किए गए हैं।
Arrested : गिरफ्तार आरोपी मिलोन मंडल, मिलन शेख और छबिकुन नहर बिबी शामिल हैं। तीनों मध्यरामकृष्णपुुर थाना कुमारगंज जिला दक्षिण दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) के हैं। फरार आरोपी में मोहम्मद खालिद, अफसर मण्डल और छोटू ख़ान की तलाश जारी है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिए जाने की बात पुलिस द्वारा कही गयी है।
Arrested : रायगढ़ में विगत करीब डेढ़ माह से जिले के रिहायशी इलाकों के साथ कॉलोनियों में सुनियोजित तरीके से अज्ञात चोर सूने मकानों में चोरी को अंजाम दे रहे थे। एक के बाद एक चोरियों की बड़ी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल और जिले के विभिन्न थाना के प्रभारी एवं स्टाफ की संयुक्त टीम बनायी गयी जिन्हें अलग- अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी।
पुलिस टीम मामले की पतासाजी में जुटकर सभी चोरियों के करीब 150-200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिनमें कई संदिग्ध के फोटो भी मिले जिन्हें मुखबिर तथा पूर्व के चोरी, लूट में शामिल आरोपियों को दिखाकर पहचान कराया गया। लोकल लोग भी फुटेज देखकर संदिग्ध को नहीं पहचान पाए। पुलिस को अंदेशा हुआ कि जरूर ही कोई बाहरी गिरोह चोरी में शामिल है। इसी बीच साइबर सेल की टीम को सिलसिलेवार चोरियों में एक कॉमन लिंक मिला, जांच में लगी अन्य टीम की जानकारी भी उसी लिंक पर मेल हुआ, जिसके बाद टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर संदिग्धों का लोकेशन पुलिस टीम को मिली।
दो अलग-अलग टीमें पश्चिम बंगाल की ओर रवाना किया गया। लगभग 1 सप्ताह के अथक प्रयास पर रायगढ़ पुलिस की टीम आरोपियों के ठिकाने थाना कुमारगंज जिला दक्षिण दिनाजपुर पश्चिम बंगाल में रेड किया गया जहां एक महिला (छबिकुन नहर बिबी मण्डल) मिली, जिससे कड़ी पूछताछ में जानकारी हुयी कि आरोपी उड़ीसा तथा छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जाकर रुकते हैं अक्सर यह काम धंधे के बहाने ऐसे स्थानों में रुकते हैं, जहां आम लोगों का आना जाना कम हो, ये लोग कबाड़ बीनने फेरी करने, सफाई का काम, एसी सुधारने जैसे काम कर लोगों को अपना परिचय दिया करते थे और मौका देखकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
इनके गिरोह का सरगना मोहम्मद खालिद है जो अपने साथियों के साथ हर जिले में नए वेशभूषा के साथ रुकता और अपराध को अंजाम देता था। इनकी टीम भारत-बांग्लादेश के अंतिम सीमा में बसे गांव को अपना ठिकाना बनाकर रखे हुए थे। यहां वह चोरी के माल को बांग्लादेश तथा पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में खपा रहे थे। आरोपियों में तीन फरार हैं जिनकी पहचान पुलिस को मिल चुकी है। अन्य जिलों की पुलिस से जिले की पुलिस संपर्क में है जिनकी शीघ्र धरपकड़ किया जाएगा।