
रायपुर। नगर निगम रायपुर के चार महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट अब धरातल पर उतरने की कगार पर हैं। इनमें से एक प्रमुख प्रोजेक्ट महादेव घाट कॉरिडोर तय बजट से करीब 8 प्रतिशत कम लागत में तैयार होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 18 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट तय किया गया था, लेकिन पहले ही टेंडर में कम दर आने से यह काम करीब 17 करोड़ 60 लाख रुपये में पूरा होगा। टेंडर स्वीकृति के बाद निगम ने रेट अप्रूव्हल के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।
इसके साथ ही तेलीबांधा ट्रेड टॉवर, बूढ़ापारा सीएसईबी ऑफिस से टिकरापारा होते हुए पचपेढ़ी नाका तक गौरवपथ और शहर के 18 चौक-चौराहों को यातायात के लिए विकसित करने से जुड़े प्रोजेक्ट्स के टेंडर भी स्वीकृत कर रेट अप्रूव्हल के लिए शासन को भेजे गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस सप्ताह स्वीकृति मिलते ही भूमिपूजन के बाद नए साल से इन सभी कार्यों की शुरुआत कर दी जाएगी। इन चारों प्रोजेक्ट्स पर कुल करीब 108 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि सभी टेंडर्स में केवल 18 चौक-चौराहों के लिए दूसरी बार टेंडर बुलाना पड़ा, जबकि शेष सभी प्रोजेक्ट्स में पहली ही बार में बेहतर दरें प्राप्त हो गईं। गौरवपथ और 18 चौक-चौराहों का ठेका रायपुर कंस्ट्रक्शन को मिला है, जो इससे पहले यूथ हब चौपाटी जैसे बड़े प्रोजेक्ट पर भी काम कर चुकी है। अन्य प्रोजेक्ट्स का काम भी कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद रायपुर की ही एजेंसियों को मिला है।
नवंबर के पहले सप्ताह में प्रोजेक्ट स्वीकृत होने के बाद निगम ने टेंडर आमंत्रित किए थे। 21 दिन की तय समय-सीमा के बाद टेंडर खुले, जिसमें दूसरे राज्यों की एजेंसियों ने भी स्थानीय ठेकेदारों के साथ भाग लिया। तेलीबांधा ट्रेड टॉवर के लिए 38 करोड़ की अनुमानित लागत के मुकाबले न्यूनतम 37 करोड़ रुपये की दर आने पर निविदा समिति ने इसे मंजूरी दे दी। इसी तरह महादेव घाट कॉरिडोर के लिए 18 करोड़ के मुकाबले करीब 1 करोड़ 44 लाख रुपये कम दर स्वीकृत की गई। शहर के 18 चौक-चौराहों के टेंडर भी करीब 7 प्रतिशत कम दर पर आए हैं, जिससे लागत में और कमी आएगी।
खम्हारडीह टंकी के काम को लेकर अधिकारियों ने बताया कि यदि यह टंकी मार्च से पहले तैयार हो जाती है तो आने वाली गर्मी में कचना सहित आसपास के क्षेत्रों में जलसंकट से नागरिकों को राहत मिलेगी।
तीन एजेंसियां मिलकर करेंगी महादेव घाट कॉरिडोर का काम
महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर बनने वाले महादेव घाट कॉरिडोर का निर्माण नगर निगम के साथ सिंचाई और लोक निर्माण विभाग मिलकर करेंगे। इस प्रोजेक्ट के लिए विधायक राजेश मूणत ने अलग-अलग दो आर्किटेक्ट से प्रस्ताव मंगवाए थे। प्रस्ताव के अनुसार कॉरिडोर मार्ग में आने वाली दुकानों को हटाए बिना ही उन्हें व्यवस्थित किया जाएगा, जबकि सामाजिक भवनों के रास्तों को कॉरिडोर से अलग रखा जाएगा। कॉरिडोर का काम महादेव घाट चौक के पास पेट्रोल पंप के सामने से शुरू किया जाएगा।



