रायपुर बिग न्यूज़: नक्सलियों की “मोहलत” वाली चिट्ठी पर सीएम विष्णुदेव साय का बड़ा बयान, बोले—“हिंसा छोड़ें, सरकार करेगी न्याय”

रायपुर, 24 नवंबर 2025
छत्तीसगढ़ में माओवादी संगठन लगातार कमजोर हो रहा है। सुरक्षा बलों की सफल कार्रवाई और सरकार की पुनर्वास नीति के कारण नक्सलियों की कमर लगभग टूट चुकी है। बड़े और शीर्ष माओवादी नेता या तो मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं या फिर हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला कर चुके हैं। ऐसे में जो माओवादी अब भी जंगलों में सक्रिय हैं, वे भी बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके संकेत उस प्रेस नोट से मिले हैं, जो नक्सलियों ने तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भेजा है। पत्र में उन्होंने सरकार से कुछ समय (मोहलत) देने की मांग की है, ताकि वे समर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकें।
CM Vishnu Deo Sai का बयान—“सरकार की मंशा स्पष्ट, हिंसा छोड़कर आएं मुख्यधारा में”
दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस पूरे मामले पर बड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा—
- “माओवाद को लेकर हमारी सरकार की मंशा शुरू से स्पष्ट है।”
- “हम लगातार आह्वान कर रहे हैं कि नक्सली हिंसा छोड़कर विकास की मुख्यधारा से जुड़ें।”
- “सरकार नक्सलियों के साथ न्याय करेगी, यदि वे हथियार छोड़कर समाज में लौटना चाहते हैं।”
सीएम साय ने कहा कि सरकार संवाद और पुनर्वास के रास्ते को हमेशा खुला रखती है, लेकिन हिंसा का किसी भी तरह समर्थन नहीं किया जाएगा।
क्या है संकेत?
माओवादियों के इस नए पत्र ने यह साफ कर दिया है कि संगठन अब अस्तित्व बचाने की स्थिति में आ गया है। सुरक्षा बलों का दबाव, लगातार मुठभेड़ और सरकार की कड़ाई के चलते नक्सलियों के पास अब कोई बड़ी ताकत नहीं बची है।
सरकार ने साफ संकेत दिए हैं कि यदि वे हथियार छोड़ते हैं, तो उन्हें मुख्यधारा में लौटने का पूरा अवसर दिया जाएगा।



