De De Pyaar De 2 Review: फर्स्ट हाफ मस्त, सेकंड निकला पस्त… अजय-रकुल की लव स्टोरी में रह गई ये चूक

मुंबई। प्यार में उम्र के फासले मायने नहीं रखते, लेकिन De De Pyaar De 2 में यह फासला कहानी का प्रमुख मोड़ बन जाता है। साल 2019 में रिलीज़ हुई फिल्म De De Pyaar De में आयशा (रकुलप्रीत सिंह) और आशीष (अजय देवगन) की कहानी शुरू हुई थी, अब इसकी सीक्वल में आयशा अपने परिवार से आशीष को मिलवाने चंडीगढ़ बुलाती है।
आयशा की भाभी किट्टू (इशिता दत्ता) आशीष के बारे में जानकारी पाकर आयशा के माता-पिता राकेश (आर माधवन) और अंजू (गौतमी कपूर) को बता देती हैं। 27 साल की आयशा ने माता-पिता को सिर्फ इतना बताया था कि आशीष उम्र में बड़ा है, लेकिन जब आशीष उनसे मिलने पहुंचते हैं तो वह उनका हमउम्र प्रतीत होता है। राकेश इस रिश्ते के खिलाफ होते हैं और आयशा विद्रोह कर घर छोड़ देती है।
फिल्म में रोमांस, कॉमेडी और पारिवारिक ड्रामा का मिश्रण देखने को मिलता है। निर्देशक अंशुल शर्मा ने सेकंड हाफ में संतुलन बनाने की कोशिश की, लेकिन कहानी का क्लाइमेक्स कमजोर पड़ता है। आयशा और आशीष के प्यार का तार्किक आधार मध्यांतर के बाद कमजोर पड़ता है।
कलाकारों में अजय देवगन और रकुलप्रीत सिंह की केमिस्ट्री उतनी दमदार नहीं दिखी, जबकि आर माधवन ने पिता की भूमिका में प्रभावशाली प्रदर्शन किया। जावेद जाफरी और मिजान जाफरी का डांस और अभिनय भी यादगार रहा। गौतमी कपूर ने आधुनिक मां की भूमिका निभाई और इशिता दत्ता ने हल्के-फुल्के हास्य के पल दिए।
सिनेमैटोग्राफी में सुधीर चौधरी ने चंडीगढ़ के हरे-भरे खेत और लंदन के खूबसूरत दृश्य दिखाए हैं। एडीटर चेतन एम सोलंकी का संपादन चुस्त है, लेकिन क्लाइमेक्स कमजोर है। संगीत में अरमान मालिक और श्रेया घोषाल के गाने औसत प्रभाव छोड़ते हैं।
फिल्म की अवधि 2 घंटे 27 मिनट है और स्टार रेटिंग ढाई दी गई है।
कलाकार: अजय देवगन, आर माधवन, रकुलप्रीत सिंह, गौतमी कपूर, जावेद जाफरी, मिजान जाफरी
निर्देशक: अंशुल शर्मा
अवधि: 2 घंटे 27 मिनट
स्टार रेटिंग: ढाई



