दीपावली पर मिठाई महंगी होने की संभावना! चांदी के बढ़ते दाम से शाही मिठाइयों की कीमतों में उछाल, जानें कैसे प्रभावित होंगे त्योहार के खर्चे

दीपावली पर मिठाइयों की कीमतों में उछाल की आशंका, चांदी महंगी होने से लागत बढ़ी
हाइलाइट्स:
- चांदी की कीमतों में वृद्धि से मिठाइयाँ महंगी होने की संभावना
- मिठाई विक्रेता त्योहार से पहले कीमतें संशोधित करने की तैयारी में
- चांदी का वर्क मिठाई को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में मदद करता है
वाराणसी, संवाददाता:
दीपावली के अवसर पर मिठाइयों की कीमतों में इस बार बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। सरकार ने भले ही जीएसटी दरों में कमी कर दी हो, लेकिन चांदी की बढ़ती कीमतें मिठाई निर्माताओं की लागत बढ़ा रही हैं। इस वजह से मिठाई कारोबारी भी कीमतें संशोधित करने की तैयारी में जुट गए हैं, ताकि त्योहार के दौरान ग्राहकों को उचित कीमतों पर मिठाई मिल सके।
शरद कैटर्स के शरद श्रीवास्तव के अनुसार, कुछ महीने पहले दो चांदी का वर्क साढ़े तीन सौ रुपये में मिल जाता था, जो अब चांदी महंगी होने के कारण तीन सौ रुपये बढ़कर बिक रहा है। शाही मिठाइयों जैसे काजू कतली, पिस्ता रोल में चांदी का वर्क इस्तेमाल होता है, इसलिए इनकी कीमतों में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है।
चांदी का वर्क या सिल्वर लीफ एक पतली चांदी की परत होती है, जिसका उपयोग मिठाइयों और व्यंजनों को सजाने के लिए किया जाता है। यह स्वादहीन होती है, लेकिन एंटी-बैक्टीरियल गुण होने के कारण मिठाई को लंबे समय तक खराब होने से बचाती है। पारंपरिक रूप से इसे चमड़े पर पीटकर बनाया जाता था, लेकिन अब मशीनों और विशेष कागज का इस्तेमाल किया जाता है।
वर्क का प्रयोग केवल मिठाई सजाने तक ही सीमित नहीं है; इसे पान, सुपारी, इलाइची और च्यवनप्राश जैसी चीजों पर भी लगाया जाता है। इस परंपरा के चलते त्योहारों में चांदी लगी मिठाई खरीदने पर उपभोक्ताओं को अधिक खर्च करना पड़ सकता है।