माथे पर तिलक, नाम रखा शिव वर्मा… असल में निकला नावेद : 18 हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर किया शोषण, ब्लैकमेल और जबरन मतांतरण

शाहजहांपुर | उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से एक दिल दहला देने वाला लव जिहाद का मामला सामने आया है, जिसमें नावेद उर्फ कासिब नामक युवक ने शिव वर्मा बनकर न केवल 18 हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाया, बल्कि उनके साथ शारीरिक शोषण, ब्लैकमेलिंग और जबरन मतांतरण की साजिश को भी अंजाम दिया।
नावेद तिलक लगाकर, कलाई में कलावा बांधकर और सोशल मीडिया पर खुद को हिंदू दर्शाकर लड़कियों से संपर्क बनाता था। वह देवी-देवताओं की कसम खाकर हिंदू होने का भरोसा दिलाता था। इंस्टाग्राम के ज़रिए एक पीड़िता से उसका संपर्क हुआ। उसने प्रेम का नाटक रचकर पहले मिलने बुलाया और फिर छिपे कैमरे से आपत्तिजनक वीडियो बना लिया।
इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगा और युवती को मजबूरन उसके साथ किराए के मकान में लिव-इन रिलेशनशिप में रहना पड़ा। शादी का झांसा देकर लगातार दुष्कर्म करता रहा।
गर्भवती होने पर किया अमानवीय अत्याचार
जब पीड़िता तीन महीने की गर्भवती हुई, तो नावेद, उसका भाई कैफ, पिता आलम खां, मां उजमा खां और बहन समन ने मिलकर पेट पर लात-घूंसे मारकर गर्भपात करवा दिया। उसे कमरे में बंद रखा गया ताकि वह भाग न सके।
शनिवार शाम को किसी तरह मौका मिलते ही युवती थाने पहुंची और पूरी घटना का खुलासा किया। पुलिस ने नावेद को गिरफ्तार कर लिया।
मोबाइल से मिले 17 और पीड़िताओं के फोटो
नावेद के मोबाइल की जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। फोन में 17 अन्य हिंदू युवतियों के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो मिले हैं, जिनका वह ब्लैकमेलिंग और जबरन मतांतरण के लिए इस्तेमाल करता था।
पुलिस को जांच में पता चला है कि इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड आकिल नाम का व्यक्ति है, जो हिंदू लड़कियों को फंसाने और उनके साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग तथा मतांतरण के लिए दबाव डालने का पूरा नेटवर्क संचालित करता है।
कड़ी कार्रवाई की मांग
घटना से इलाके में आक्रोश है। हिंदू संगठनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने नावेद के साथ उसके भाई कैफ और अन्य पर सामूहिक दुष्कर्म, जबरन मतांतरण, धमकी, ब्लैकमेलिंग और गर्भपात की गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
टिप्पणी : यह मामला लव जिहाद के उन खतरनाक आयामों को उजागर करता है, जो न सिर्फ धार्मिक छल का उपयोग कर लड़कियों को फंसाते हैं, बल्कि उनका जीवन भी तबाह कर देते हैं। प्रशासन से मांग है कि ऐसे मामलों पर कठोरतम कार्रवाई हो और ऐसे रैकेट का समूल नाश हो।