मोहड़ गोलीकांड में बड़ी कार्रवाई: मुख्य आरोपी अतुल सिंह तोमर ग्वालियर से गिरफ्तार, अब तक 4 आरोपी पहुंचे जेल

राजनांदगांव, 16 जून 2025।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मोहड़ गांव में हुए बहुचर्चित अवैध रेत खनन गोलीकांड मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। गोली चलाने के मुख्य आरोपी अतुल सिंह तोमर (24 वर्ष) को ग्वालियर (मध्यप्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी को राजनांदगांव लाकर पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में अब तक कुल चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं।
कांग्रेस जांच दल पहुंचा गांव, प्रशासन पर बरसे विधायक
घटना के बाद कांग्रेस ने 6 सदस्यीय जांच समिति गठित की, जो रविवार को मोहड़ गांव पहुंची। दल में खुज्जी विधायक भोलाराम साहू, डोंगरगढ़ विधायक हर्षित बघेल, डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू और शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा शामिल रहे। जांच टीम ने पीड़ित ग्रामीणों से मुलाकात कर घटना स्थल का निरीक्षण किया और पूरे घटनाक्रम को बेहद गंभीर करार दिया।
विधायकों ने आरोप लगाया कि मोहड़ गांव में रेत माफियाओं का लंबे समय से आतंक है, जो प्रशासन की मिलीभगत से अवैध रेत खनन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, जब रमन सिंह खुद विधायक हैं और डिप्टी सीएम विजय शर्मा जिले के प्रभारी मंत्री हैं, तब भी अवैध खनन और फायरिंग जैसी घटनाएं हो रही हैं।
नेताओं ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि घटना के दिन घायल ग्रामीणों की हालत बेहद खराब थी – कोई सुन नहीं पा रहा था तो किसी का हाथ काम नहीं कर रहा था। इसके बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बना रहा।
यह है पूरा मामला
11 जून की शाम 7 बजे मोहड़ गांव के पास अवैध रेत खनन के लिए नदी किनारे जेसीबी से रैम्प बनाया जा रहा था। इसका विरोध करने पहुंचे ग्रामीणों पर रेत माफियाओं ने हमला कर दिया और गोलियां चला दी। इस फायरिंग में रोशन मंडावी गंभीर रूप से घायल हुआ, वहीं जितेन्द्र साहू और ओमप्रकाश साहू को भी चोटें आईं।
पुलिस ने घटनास्थल से तीन खाली कारतूस, बुलेट का अगला हिस्सा, जेसीबी मशीन और एक हाईवा (CG 08 AT 5089) जब्त की है। अब तक जेसीबी चालक भगवती निषाद, संजय रजक और वाहन मालिक अभिनव तिवारी की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब चौथा आरोपी अतुल सिंह तोमर भी गिरफ्तार हो चुका है।
अधिकारियों पर भी गिरी गाज
घटना के बाद खनिज विभाग और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हुए। सरकार ने तत्परता दिखाते हुए राजनांदगांव के जिला खनिज अधिकारी प्रवीण चंद्राकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, सोमनी थाने के टीआई सत्यनारायण देवांगन की संदिग्ध भूमिका को लेकर वायरल वीडियो सामने आने के बाद एसपी ने उन्हें भी सस्पेंड कर दिया।
निष्पक्ष जांच की मांग
कांग्रेस नेताओं ने इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से सवाल किया कि आखिर माफियाओं को इतनी छूट क्यों दी गई और ग्रामीणों की सुरक्षा क्यों नहीं की गई। साथ ही वायरल वीडियो की भी निष्पक्ष जांच की मांग की है जिसमें पुलिस और माफियाओं के बीच संदिग्ध बातचीत का आरोप लगाया गया है।