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क्रेडा सीईओ ने किया प्रगट अक्षय ऊर्जा, इंदौर और मेसर्स नाविया टेक्नालॉजिस को ब्लैकलिस्ट, सोलर पावर प्लांट में गुणवत्ता की अनदेखी पर हुई कड़ी कार्रवाई

मेसर्स नाविया टेक्नालॉजिस, रायपुर को 2023 में निविदा के मापदंडों के अनुसार सोलर पावर प्लांट न लगाने पर ब्लैकलिस्ट किया गया।

मेसर्स प्रगट अक्षय ऊर्जा लिमिटेड, इंदौर को महाराष्ट्र में आबंटित सोलर पार्क कार्य अधूरा छोड़ने पर ब्लैकलिस्ट किया गया।

क्रेडा, जो सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित सरकारी संस्था है, ने न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी गुणवत्ता और नवाचार के लिए पहचान बनाई है। क्रेडा के साथ काम करने के लिए आवश्यक है कि इच्छुक संस्था को भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) से प्रमाणित प्रशिक्षण प्राप्त हो। साथ ही, क्रेडा की निविदाओं में ऐसे संस्थाओं को पात्रता नहीं दी जाती जो किसी अन्य सरकारी विभाग या संस्था द्वारा ब्लैकलिस्ट की गई हों, चाहे वह छत्तीसगढ़ की हो, अन्य राज्यों की हो या केंद्रीय संस्थाएं हों।

इसी आधार पर, मेसर्स प्रगट अक्षय ऊर्जा लिमिटेड, इंदौर को महाराष्ट्र में MNRE द्वारा आबंटित सोलर पार्क कार्यों में लापरवाही के कारण ब्लैकलिस्ट किया गया। वहीं, मेसर्स नाविया टेक्नालॉजिस, रायपुर को जिला दुर्ग में सोलर पावर प्लांट के लिए 72 सेल के सोलर मॉड्यूल की जगह 66 सेल के मॉड्यूल स्थापित करने पर ब्लैकलिस्ट किया गया। इसके बावजूद, कंपनी ने भुगतान के लिए दस्तावेज प्रस्तुत किए, जिन्हें जोनल कार्यालय दुर्ग के प्रभारी कार्यपालन अभियंता द्वारा बिना निरीक्षण किए अनुमोदित कर दिया गया और भुगतान कर दिया गया।

इस मामले की जानकारी मिलने के बाद क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा ने गुणवत्ता के मामले में शून्य सहनशीलता नीति अपनाते हुए तुरंत मेसर्स नाविया टेक्नालॉजिस को ब्लैकलिस्ट कर दिया और जोनल प्रभारी श्री भानुप्रताप को कड़ा नोटिस जारी किया।

मेसर्स प्रगट अक्षय ऊर्जा लिमिटेड, इंदौर
मेसर्स प्रगट अक्षय ऊर्जा लिमिटेड, इंदौर को MNRE द्वारा महाराष्ट्र में 500 मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क के लिए कार्य आबंटित किया गया था, लेकिन इस कंपनी द्वारा भूमि अधिग्रहण से संबंधित कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया गया। महाराष्ट्र में स्थल निरीक्षण के दौरान पाया गया कि परियोजना में कोई भौतिक प्रगति नहीं हुई थी। इसके बावजूद, कंपनी ने केंद्रीय वित्तीय सहायता का कुछ हिस्सा वापस किया और शेष राशि के लिए समयावधि की मांग की। इसके परिणामस्वरूप, मेसर्स प्रगट अक्षय ऊर्जा लिमिटेड को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।

क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त कार्यों के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, और उनके प्रयासों से प्रदेश में ऊर्जा के गैर-परंपरागत स्रोत आधारित संयंत्रों की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो रहा है।

Manish Tiwari

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