रायपुर, 20 दिसंबर 2024| छत्तीसगढ़ में लोककला, बोली-भाषा और फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ फिल्म लोककला एवं मिनी थिएटर सहकारी समिति (CFLMT) का प्रदेश स्तर पर गठन किया गया। इसके संस्थापक और प्रदेश अध्यक्ष अमित परगनिहा ने बताया कि यह समिति छत्तीसगढ़ के 40,000 से अधिक लोककलाकारों की आर्थिक स्थिति सुधारने और फिल्मों के विकास के लिए काम करेगी।
समिति के तहत अगले तीन वर्षों में ब्लॉक और छोटे कस्बों में लगभग 25 मिनी थिएटर का निर्माण किया जाएगा। इन थिएटरों का संचालन स्थानीय कलाकार करेंगे, और उनके लाभ का वितरण भी कलाकारों में होगा। साथ ही, युवाओं को फिल्म मेकिंग, VFX, एडिटिंग जैसी एडवांस फिल्म टेक्नोलॉजी की मुफ्त ट्रेनिंग के लिए बड़े संस्थानों में भेजा जाएगा।
क्षेत्रीय भाषाओं को मिलेगा बढ़ावा
समिति बस्तर क्षेत्र के युवाओं को हल्बी, गोंडी और छत्तीसगढ़ी भाषा में फिल्म निर्माण के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेगी। इसके अलावा, क्षेत्र में मिनी थिएटर का निर्माण कर क्षेत्रीय बोली-भाषा के प्रचार-प्रसार और आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।
इंटरनेशनल ट्राइबल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन
CFLMT हर वर्ष छत्तीसगढ़ में इंटरनेशनल ट्राइबल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करेगी, जिसमें स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदिवासी कला और संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा।
लोककलाकारों के लिए विशेष योजनाएं
समिति लोककलाकारों को कम दर पर ऋण सुविधा, व्यक्तिगत और स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी। यह कदम छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और कलाकारों को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।