डिंडौरी बांध निर्माण के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीण, जबलपुर-अमरकंटक हाईवे पर जाम लगाकर किया विरोध
मध्यप्रदेश के डिंडौरी में बांध निर्माण को लेकर लोगों ने लामबंद होकर विरोध जताया। आक्रोशित लोगों ने जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे पर जाम लगाया। बताया जा रहा है कि बांध बनने से 52 गांव के हजारों लोग विस्थापित होंगे। मौजूद लोगों ने भाजपा जिलाध्यक्ष को प्रदर्शनकारियों ने खरी-खोटी सुनाई।
बांध बनने से प्रभावित सैंकड़ों ग्रामीणों ने आज जबलपुर अमरकंटक नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया। बांध निर्माण के खिलाफ चक्काजाम करते हुए ग्रामीणों ने हाईवे पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया जिसके चलते हाईवे पर घंटों तक आवागमन पूरी तरह से ठप्प हो गया। राघोपुर और मरवारी ग्राम के बीच नर्मदा नदी पर बांध बनाया जाना प्रस्तावित है। बांध निर्माण के लिए सर्वे का काम भी शुरू हो गया है। जिसका विरोध ग्रामीण लंबे समय से कर रहे हैं। बांध बनने से करीब 52 गांव विस्थापित होंगे। जिसके कारण बांध से प्रभावित 52 गांवों के लोग बांध के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर बांध नहीं बनने देंगे। साथ ही प्रभावित ग्रामीणों ने आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का अल्टीमेटम भी दिया है। बांध के खिलाफ हाईवे पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाने पहुंचे बीजेपी जिलाध्यक्ष अवधराज बिलैया को ग्रामीणों ने खूब खरी खोटी सुनाई। प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी जिलाध्यक्ष ग्रामीणों को बांध नहीं बनाये जाने का आश्वासन दे रहे थे, तभी किसी बात को लेकर ग्रामीण जिलाध्यक्ष पर भड़क गए, विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। पुलिस और अधिकारियों ने किसी तरह विवाद को शांत करा लिया। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन की जानकारी लगते ही एसडीएम मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने के प्रयास किया। ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं, घंटों से हाईवे पर जाम के कारण मुसाफिर बेहद परेशान नजर आये। जाम के चलते एम्बुलेंस और स्कूली बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।